कॉलगर्ल
समीर के तुटे दिल पर मरहम बनने की रीना ने अपनी तरफ से पूरी कोशिश कर ली थी। लेकिन समीर के अंदर मीरा समा गई थी। उसके दिल से यादे मिटाने का काम तो कुदरत के सिवा कोई नही कर सकता था। बहुत कम लोग होते है जो अपने सच्चे प्रेम को निभाते है। अपने सच्चे प्रेम के साथ जिंदगी खतम कर देते है। साथ साथ इस दुनिया में कुछ स्वार्थी लोग भी होते है जो अपने ही स्वार्थ के लिए किसी भी बेकसूर आत्मा को किसी की पवित्र आत्मा को रौंद देते है। ईश्वर उन्हें कभी माफ नहीं करता। इसलिए तो रीना ने अपनी तरफ से समीर के लिए पूरी कोशिश कर ली थी कि उसको एक नई जिंदगी मिले। उसने हमेशा समीर का साथ दिया था। एक अच्छी दोस्त और बहन होने का फर्ज निभाया था। और उसे वक्त समीर इस आघात को झेल गया था। उसे बात को तकरीबन सात आठ साल का समय बीत चुका था। फिर भी समीर संपूर्ण रूप से अपनी यादों को नहीं मिटा पाया था। जैसे कल की ही बात हो ऐसा उसे लगता था। कभी-कभी आधी रात मीरा की याद आने पर को वह चौंक कर उठ जाता था। वह रोना चाहता था फिर भी रो नहीं पाता था। और फिर अचानक मीरा के कॉल आती है। वही मेरा जिसे वह कभी एक पल के लिए भी भूला नहीं था। समीर अपने शौक के लिए डिटेक्टिव का काम करता यह बात मीरा अच्छी तरह जानती थी उसकी निगाहों के सामने ही समीर ने बहुत सारे ऐसे उलझे हुए कैसे सॉल्व किए थे जिसने आज मीरा को उसे कॉल करने के लिए मजबूर कर दिया था। उसने अपनी एक छोटी सी ऑफिस बना रखी थी जहां प्राइवेट डिटेक्टिव का बोर्ड भी लगा लिया था। जिसके कारण उसे कैसे मिलते रहते थे। मीरा का कॉल उसे बिल्कुल नए नंबर से आया था इसलिए समीर किसी क्लाइंट का नंबर समझ के रिसीव कर लिया। कॉल रिसीव होते ही सामने से आवाज आई। "समीर....!" मात्र एक ही शब्द में उसका हृदय कांप उठा था। 'मीरा...!" उसके होंठ कांप उठे थे। समीर उसे आवाज को कभी नहीं भूल सकता था। वो समीर की आवाज धडकते दिल से सुनता रहा। वो बोली थी "समीर..... मेरे पति का खून हो गया है।" "क्या....?" उसने पूछा था। "हाँ.... किसी ने प्लानिंग कर के मर्डर किया है। प्लीज हेल्प मी...तू सूरत आ जा। मैं मेरे पति के हत्यारे को जल्द से जल्द पकडना चाहती हूँ। जितना जल्दी हो सके तुम धर आ जाओ।" उसकी आवाज में बिनती थी। समीर उसे मना नहीं कर सका। "डॉन्ट वरी बेबी! हिम्मत से काम लो। मैं जल्द ही आता हूँ।" और आज समीर उसके पास था। उसके बेडरूम में बैठा था। वह समझ रहा था कि मीरा उसे भुला चुकी है---- लेकिन कितना गलत था वो। मीरा उसे बिल्कुल नहीं भूली थी। समीर समझ गया था मीरा मतलबी थी उसने अपनी शादी के बाद कभी उसे याद तक नहीं किया। याद आई तो तब आई---- जब उस पर मुसीबत का पहाड़ टूट पड़ा। समीर इतना भी ना समझ नहीं था कि मीरा के स्वार्थ को ना समझता। भले ही वह उसे दिल से चाहता था लेकिन मीरा ने उसे याद भी किया तो सिर्फ अपने मतलब के लिए। इंसानियत के नाते ही सही समीर मीरा की बात सुनते ही उसके दुख में साथ देने के लिए इतनी दूर से चला आया था। मीरा के पति का खून जिस तरीके से हुआ था वह तो पहले ही नजर में समझ गया था कि यह कोई मामूली हत्यारे का काम नहीं है। जो भी है उसने एक अच्छा प्लान तैयार करके ऐसे घटनाक्रम को अंजाम दे रहा है। समीर इस वक्त मीरा के उसे रूम में मौजूद था जहां हत्यारे ने उसके पति के खून से कठपुतली लिखा था। अपनी पर्सनल डायरी निकाल कर समीर कुछ पॉइंट नोट करने लगा। न्यूज़ चैनल और सोशल मीडिया पर आज हुए मर्डर को भी रिपोर्टर बार-बार दिखा रहे थे। पुलिस की कार्यवाही पर बार-बार सवाल उठाए जा रहा था। पुलिस को निकम्मा बताया जा रहा था। क्योंकि सोशल मीडिया पर सीसीटीवी फुटेज का एक वीडियो वायरल हो रहा था। और उसे वीडियो को बड़ी जोरों से चगाया जा रहा था। जैसे हत्यारे के खिलाफ सबसे बड़ा सबूत वही ना हो। पुलिस ने अब तक सीसीटीवी फुटेज में नजर आ रहे व्यक्ति को पकडा नहीं था। लोग भडके हुए थे। सोशल मीडिया पर वायरल हो रही खबरों को देखने के बाद समीर इस नतीजे पर पहुंचा था कि हत्यारा कोई पुरुष नहीं बल्कि एक स्त्री थी। दो हत्या का खुलासा होते ही समीर के भेजे में वह बात खटकने लगी थी। दो व्यक्तियों का मर्डर हुआ था और दोनों ही उड़ीसा के वतनी थे। यह बात उसकी समझ में आते ही समीर को ज्यादा दिमाग नहीं लगाना पड़ा। उसकी छठी इंद्रिय इशारा कर रही थी मानो ना मानो हत्यारा उड़ीसा से ही ताल्लुक रखता है। यकीनन वह किसी पुरानी बात का बदला लेने यहां आया हुआ है। जब वह आ ही गया है तो उसने जरूर सब कुछ फ्री प्लान किया हुआ है। कमरे में बैठा हुआ समीर छोटी से छोटी चीज को घूर रहा था फिर अचानक उसके चेहरे पर चमक ऊभर आई। ऐसा लगता था जैसे कोई बड़ी बात उसके हाथ लगी हो। समीर की आँखों में किसी जादूगर का तिलिस्म हिचकोले ले रहा था। उसके दिमाग में जो खयाल कौंधा था वो हैरान कर देने वाला था। इस खयाल से तो क़ातिल के पीछा किया जा सकता था। अगला वार करने से पहले उसे धर दबोच सकते हैं। इस बार उसका मिशन कामयाब होने से पहले ही उसका खेल खलास कर देना है। कातिल का मकसद बिल्कुल साफ था। अभी न जाने वह कितने मर्डर करने वाला है? उसे जल्द से जल्द रोकने का तरीका एक ही है और वह है किसी भी तरह उसकी पहचान करके उसे पर नजर रखना। दूसरी बात अब वह जितना हो सके जल्दी मीरा से मिलना चाहता था। बहुत सी बातें ऐसी थी जो उसे सिर्फ एक मीरा ही बता सकती थी। मेरा इस वक्त उसे पुलिस को बयान देने बाहर गई चली थी। फिलहाल उसकी राह तकने के अलावा समीर के पास कोई चारा भी तो नहीं था।
(क्रमशः)
Varsha_Upadhyay
30-Sep-2023 08:57 PM
Nice one
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Gunjan Kamal
30-Sep-2023 08:21 AM
👌👏
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